तिलकुट व्रत हिंदू धर्म में माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण व्रत है। इसे सकट चौथ या गणेश चतुर्थी भी कहते हैं। यह व्रत संतान की लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना से रखा जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है और तिलकुट (तिल और गुड़ से बना प्रसाद) चढ़ाया जाता है। आइए, इस व्रत से जुड़ी सभी जानकारियाँ विस्तार से जानें।
तिलकुट व्रत 2025 की तारीख और मुहूर्त
- 2025 में तिलकुट व्रत 25 जनवरी, शनिवार को मनाया जाएगा।
- तिथि प्रारंभ: 24 जनवरी 2025, रात 09:21 बजे से
- चतुर्थी तिथि समाप्त: 25 जनवरी 2025, रात 11:43 बजे तक
- पूजा का शुभ मुहूर्त:सुबह 06:42 से 08:53 तक
तिलकुट व्रत की पौराणिक कथा
एक गाँव में एक देवरानी और जेठानी रहती थीं। जेठानी धनवान थी, जबकि देवरानी गरीब। देवरानी ने सकट चौथ का व्रत रखा और तिल-गुड़ से तिलकुट बनाकर गणेश जी को चढ़ाया। उसकी भक्ति से प्रसन्न होकर गणेश जी ने उसके घर को धन-धान्य से भर दिया। जेठानी ने ईर्ष्या में वही पूजा की, लेकिन उसका घर गंदगी से भर गया। अंततः गणेश जी ने जेठानी को लालच का सबक सिखाया और देवरानी को आशीर्वाद दिया।
व्रत की पूजा विधि: स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
- 1. सुबह जल्दी उठें: सूर्योदय से पहले स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- 2. संकल्प लें: “मैं संतान की सुख-समृद्धि के लिए यह व्रत रखता/रखती हूँ।”
- पूजा की तैयारी: 1- गणेश जी की मूर्ति को हरे रंग के वस्त्र पहनाएँ। , 2- तांबे के पात्र में जल, फूल, चंदन, तिल, गुड़, नारियल, और केला रखें। तुलसी के पत्ते का उपयोग न करें।
- मंत्र जाप:”ॐ गं गणपतये नमः” का 108 बार जाप करें।
- कथा सुनें: सकट चौथ की कथा सुनें या पढ़ें।
- चंद्रमा की पूजा: शाम को चंद्रदेव को अर्घ्य देकर प्रसाद चढ़ाएँ।
- पारण (व्रत खोलना): चंद्रोदय के बाद दूध या शकरकंद खाकर व्रत तोड़ें।
तिलकुट व्रत में क्या खाएं?
- सात्विक आहार: फल, दूध, मेवे, और सिंघाड़े का आटा।
- विशेष प्रसाद: तिलकुट (तिल + गुड़), घी के लड्डू, शकरकंद।
- निषेध:अनाज, नमक, और तला हुआ भोजन न खाएं।
तिलकुट व्रत के लाभ (Benefits)
- संतान की सेहत और दीर्घायु की प्राप्ति। –
- पारिवारिक कलह दूर होती है।
- आर्थिक समृद्धि और मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।
FAQs: तिलकुट व्रत से जुड़े सवाल-जवाब
1.तिलकुट व्रत 2025 कैसे मनाएं?
व्रत के दिन सुबह स्नान कर गणेश पूजा करें और शाम को चंद्रमा को अर्घ्य दें।
2. तिलकुट व्रत की कथा क्या है?
गरीब देवरानी की भक्ति से प्रसन्न होकर गणेश जी ने उसके घर को धन से भर दिया।
3. तिलकुट व्रत का महत्व?
यह व्रत संतान की सुरक्षा और परिवार की खुशहाली के लिए रखा जाता है।
4. तिलकुट पूजा विधि क्या है?
तिल-गुड़ का प्रसाद बनाकर गणेश जी को चढ़ाएँ और कथा सुनें।
5. तिल चौथ व्रत कब है?
2025 में 25 जनवरी को।
6.व्रत में क्या खाना चाहिए?
फल, दूध, और सिंघाड़े के आटे की रोटी।
7.तिलकुट व्रत किसके लिए है?
विशेषकर माताएँ संतान की भलाई के लिए यह व्रत रखती हैं।
8. तिलकुट व्रत फोटो कहाँ मिलेगी?
धार्मिक वेबसाइट्स या सोशल मीडिया पर सर्च करें।
9.व्रत के नियम क्या हैं?
निर्जला व्रत, सात्विक भोजन, और बुरे विचारों से दूर रहें।
10. तिलकुट व्रत क्यों मनाया जाता है?
गणेश जी की कृपा पाने और संकटों से मुक्ति के लिए।